पैरों की मिट्टी पर चलें है बहुत click here जरूरी। यह हमें ज़िंदगी में अडिग बनाता है। अपनी कमजोरियों को स्वीकार कर लेना भी चाहिए और उन पर प्रबल
अपने पैरों पर खड़े हो जाओ, दुनिया खुद झुक जाएगी
यह जीवन का सत्य है। तू| चाहिए दूसरों पर निर्भर रहने की ।निर्णय के साथ आगे बढ़ो। समाज तुम्हें स्वीकार करेंगे, जब तुम खुद पर विश्वास करते